देवास। उज्जैन लोकायुक्त पुलिस ने जिला अस्पताल में पदस्थ मुख्य लिपिक को कृषि उपज मंडी के पास 1 लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा। लोकायुक्त टीम ने लिपिक को भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार किया है। जानकारी के अनुसार जिला अस्पताल में पदस्थ नर्स पुष्पा राठौर का बीमारी के चलते विगत 7 अप्रैल 2019 को निधन हो गया था। मृतक पुष्पा की शासकीय जमा राशि निकालने को लेकर पति राजीव एलेक्जेंडर ने बीमारी से पीड़ित होने के चलते अपने दोस्त आंनदसिंह को जिला अस्पताल के लिपिक से संपर्क करने को कहा। लिपिक तेजकरण परमार ने शासकीय जमा राशि निकालने के एवज में आंनदसिंह से रिश्वत के रुप में 3.50 लाख रुपए की मांग की। आंनदसिंह ने तेजकरण द्वारा रिश्वत मांगने को लेकर उज्जैन लोकायुक्त एसपी को शिकायत की। लोकायुक्त की टीम ने शिकायत की पुष्टि करने के बाद 1 लाख रुपए के केमिकल लगे नोट फरियादी आनंदसिंह को दिए। आनंद सिंह ने लिपिक तेजकरण परमार से संपर्क किया और 1 लाख रुपए देने के लिए कृषि उपज मंडी के समीप सांची पाईंट पर बुलाया।जैसे ही तेजकरण ने आंनदसिंह से 1 लाख रुपए लिए वैसे ही लोकायुक्त डीएसपी वेदांत शर्मा ने लिपिक को रंगे हाथों पकड़ लिया। लोकायुक्त पुलिस ने लिपिक तेजकरण के विरूद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1982 की धारा 7 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर उसे मुचलका जमानत पर छोड़ा है।
लिपिक 1 लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ धराया...